पहलगाम आतंकवादी घटना के बाद सोशल मीडिया पर IT CELL की तमाम आईडी मुस्लिम नाम में परिवर्तित हो गई, इससे घटिया और निंदनीय मीम पोस्ट होने लगे। तमाम आईडी से पहलगाम आतंकवादी घटना का जवाब देश के मुसलमानों से मांगा जाने लगा।
पहली बात तो यह है कि पहलगाम के सुरक्षा की ज़िम्मेदारी मुसलमानों कि नहीं थी , उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री हैं मगर वहां का मुख्यमंत्री पद भी लंगड़ा लूला है जिसके पास वहां की पुलिस नही है। वह एक चपरासी की नियुक्ति भी केंद्र सरकार की मर्जी के बिना नहीं कर सकता है।
तो सवाल उससे पूछिए जो सत्ता में बैठा है जिनके जिम्मे पहलगाम और पूरे काश्मीर के सुरक्षा की ज़िम्मेदारी है।
बाकी पहलगाम के आतंकी कौन है ? सरेआम चौराहे पर उसे गोली मारिए , बेहतर होगा कि यह काम किसी मुसलमान को ही करने दीजिए।
कुत्ते साले…. बेगुनाहों को मारते हैं…..