वाशिंगटन डी.सी.: अमेरिका के न्यू जर्सी से डेमोक्रेटिक सीनेटर कोरी बुकर ने सोमवार रात से लेकर मंगलवार तक लगातार 25 घंटे तक सीनेट फ्लोर पर अपना कब्जा बनाए रखा। इस ऐतिहासिक भाषण में उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन नीतियों पर जमकर हमला बोला। बुकर ने ट्रंप प्रशासन की सामाजिक योजनाओं में कटौती, कर नीति और अंतरराष्ट्रीय मामलों को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की।
सीनेट में ऐतिहासिक स्पीच
कोरी बुकर की यह मैराथन स्पीच सोमवार रात 7 बजे शुरू हुई और मंगलवार तक जारी रही। पूरे भाषण के दौरान उनकी आवाज़ में दृढ़ता और भावनात्मक लहजा साफ झलक रहा था। उनके भाषण के मुख्य बिंदु निम्नलिखित थे:
- ट्रंप प्रशासन द्वारा सामाजिक योजनाओं में कटौती से आम अमेरिकियों पर पड़ने वाले प्रभाव।
- अमीरों को करों में राहत देने की योजना, जिससे अमेरिका में असमानता बढ़ेगी।
- ग्रीनलैंड और कनाडा के संभावित अधिग्रहण जैसी विदेश नीति की विवादास्पद रणनीतियां।
- अमेरिका की वैश्विक नेतृत्व में गिरावट और सहयोगी देशों से बिगड़ते संबंध।
कोरी बुकर कौन हैं?
कोरी बुकर (55) का जन्म वाशिंगटन डी.सी. में हुआ और वह उत्तरी न्यू जर्सी में पले-बढ़े। उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और फिर येल लॉ स्कूल से कानून की डिग्री ली। सार्वजनिक सेवा में उनकी रुचि ने उन्हें नेवार्क सिटी काउंसिल से लेकर नेवार्क के मेयर पद तक पहुंचाया, जहां उन्होंने शहर के विकास में अहम योगदान दिया।
2013 में, वह सीनेटर फ्रैंक लॉटेनबर्ग के निधन के बाद अमेरिकी सीनेट के लिए चुने गए। उन्होंने 2014 और 2020 में सीनेट का चुनाव जीता और डेमोक्रेटिक पार्टी के एक प्रभावशाली नेता के रूप में उभरे।
2020 की राष्ट्रपति दौड़ और आगे की राह
2020 में, बुकर ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक नामांकन की दौड़ में हिस्सा लिया, लेकिन भीड़भाड़ वाले मैदान में उनकी मुहिम सफल नहीं रही। उनके जोशीले अभियान और प्रेरक भाषणों ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलाई।
अब, उनके 25 घंटे के ऐतिहासिक भाषण ने एक बार फिर उन्हें सुर्खियों में ला दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी इस पहल से डेमोक्रेटिक पार्टी की रणनीति पर क्या असर पड़ता है और आने वाले दिनों में यह बहस किस दिशा में जाती है।