भारत में चिकित्सा शिक्षा एक प्रतिष्ठित और प्रतिस्पर्धी क्षेत्र है, जहाँ हर साल लाखों छात्र NEET जैसी कठिन परीक्षा के माध्यम से दाखिला पाने का सपना देखते हैं। इस प्रक्रिया में ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के छात्रों की भागीदारी बेहद अहम है। इस लेख में हम ओबीसी वर्ग के मेडिकल अभ्यर्थियों की स्थिति, चुनौतियाँ, आरक्षण व्यवस्था, सीटें, स्कॉलरशिप्स और सरकारी नीतियों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं।
NEET परीक्षा और ओबीसी वर्ग
NEET UG (National Eligibility cum Entrance Test- Undergraduate) देश भर के मेडिकल, डेंटल और आयुष कॉलेजों में प्रवेश के लिए एकमात्र प्रवेश परीक्षा है। ओबीसी उम्मीदवारों के लिए इस परीक्षा में विशेष प्रावधान हैं:
विषय | विवरण |
परीक्षा का नाम | NEET (National Eligibility cum Entrance Test) |
लाभार्थी वर्ग | ओबीसी (NCL – Non Creamy Layer) |
आरक्षण | 27% (केवल केंद्र सरकार द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेजों में) |
कटऑफ में छूट | हाँ, सामान्य वर्ग की तुलना में कम कटऑफ |
NEET 2024 – OBC कटऑफ | |
न्यूनतम क्वालिफाइंग पर्सेंटाइल | 40वां पर्सेंटाइल |
अनुमानित स्कोर रेंज (2024) | 116 – 129 (वर्ष अनुसार परिवर्तन संभव) |
आवश्यक दस्तावेज़ | |
OBC-NCL प्रमाण पत्र | केंद्र सरकार के फॉर्मेट में मान्य |
आय प्रमाण पत्र | चालू वित्तीय वर्ष का होना चाहिए |
1. ओबीसी वर्ग को मिलने वाला आरक्षण
सरकार ने सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों को समान अवसर देने हेतु मेडिकल प्रवेश में आरक्षण की नीति लागू की है।
- NEET UG में केंद्रीय संस्थानों में 27% आरक्षण OBC (Non-Creamy Layer) अभ्यर्थियों के लिए उपलब्ध है।
- यह आरक्षण अखिल भारतीय कोटे (AIQ) की मेडिकल सीटों पर भी लागू होता है, जिसमें AIIMS और JIPMER जैसे संस्थान भी शामिल हैं (2021 से)।
2. OBC वर्ग के लिए कटऑफ ट्रेंड
NEET में ओबीसी वर्ग के लिए कटऑफ सामान्य वर्ग की तुलना में थोड़ा कम होता है, जिससे उन्हें मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए एक रियायत मिलती है। वर्ष 2024 के आंकड़ों के अनुसार:
- NEET OBC कटऑफ (2024): 136-107 (40th percentile)
- कई सरकारी कॉलेजों में ओबीसी छात्रों को अंतिम राउंड में सीटें मिल जाती हैं, जो UR कटऑफ पर नहीं पहुँच पाते।

3. आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन ओबीसी कैसे करें आवेदन?
अगर कोई अभ्यर्थी ओबीसी वर्ग से है और उसका परिवार Non-Creamy Layer (वार्षिक आय 8 लाख से कम) के अंतर्गत आता है, तभी वह आरक्षण का लाभ ले सकता है। इसके लिए:
- OBC NCL प्रमाणपत्र अनिवार्य है।
- यह प्रमाणपत्र NEET काउंसलिंग के समय वैध और निर्धारित प्रारूप में होना चाहिए।
4. छात्रवृत्तियाँ और वित्तीय सहायता
सरकार और विभिन्न राज्य चिकित्सा शिक्षा में ओबीसी छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करती हैं:
- राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम (NBCFDC) द्वारा एजुकेशनल लोन व स्कॉलरशिप योजनाएं।
- राज्य सरकारों की स्कॉलरशिप योजनाएं, जैसे मध्यप्रदेश की “मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना”।
5. चुनौतियाँ और समाधान
चुनौतियाँ | संभावित समाधान |
ग्रामीण क्षेत्रों के ओबीसी छात्रों को कोचिंग सुविधाओं की कमी। | ज्यादा सरकारी कोचिंग सेंटर खोलना। |
आरक्षण की जानकारी का अभाव। | स्कूल स्तर पर करियर गाइडेंस। |
सोशल प्रेशर और सीमित मार्गदर्शन। | डिजिटल एजुकेशन और स्कॉलरशिप पोर्टल्स की पहुँच बढ़ाना। |
टॉप मेडिकल कॉलेज जहाँ ओबीसी छात्रों को आरक्षण का लाभ मिलता है:
- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स दिल्ली)
- जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पुडुचेरी (जिपमर)
- मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज, दिल्ली
- किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ
- काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी
- वीएमएमसी एवं सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली
ओबीसी छात्रों के लिए करियर सलाह:
- समय से OBC-NCL प्रमाणपत्र तैयार रखें।
- NEET की अच्छी तैयारी के लिए कोचिंग और गाइडेंस लें।
- राज्य और केंद्र की स्कॉलरशिप स्कीम्स की जानकारी रखें।
- काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान सीट अलॉटमेंट नियमों को ध्यान से पढ़ें।