पप्पू यादव ने एक बार फिर अपने शब्दों से सियासी सुर मचा दिया है। उन्होंने तो स्पष्ट बताया, “बिहार डगरा का बैगन नहीं है, यहां लांडे-पांडे-चांडे नहीं चलेंगे।” उन्होंने पूर्व आईपीएस शिवदीप लांडे पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की राजनीति किसी की मेहरबानी से नहीं चलती।
एक निजी चैनल के साथ बात करते हुए पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “प्रशांत किशोर बहरूपिया हैं, वो बीजेपी की बी टीम की तरह काम कर रहे हैं। बिहार की जनता अब उन्हें पहचान चुकी है।” उन्होंने तंज कसते हुए यह भी कहा, “जो व्यक्ति कभी नीतीश कुमार को धर्मपिता कहता था, वही अब उनके श्राद्ध की बात करता है। क्या 2015 से पहले नीतीश तीन बार मुख्यमंत्री नहीं बन चुके थे?”
पप्पू यादव ने कहा कि पैसे और ब्लैकमेल की राजनीति अब बिहार में नहीं चलेगी और प्रशांत किशोर का यह राजनीतिक प्रयास पूरी तरह से नाकाम होगा।
तेजस्वी यादव के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, “तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनने की जल्दी है, लेकिन उनमें एनडीए को हराने की राजनीतिक इच्छा नहीं दिखती। अब आरजेडी वैसी पार्टी नहीं है जैसी लालू यादव के समय में थी।”
उन्होंने यह दोहराया कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के लिए कई उम्मीदवार हैं और वह खुद भी इस रेस में शामिल हैं। उन्होंने यह कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले ही इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट कर चुकी है और अंतिम फैसला पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ही लेगा।