राजद (RJD) के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने बिहार की बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पर सीधा हमला बोला है। इन्होंने कहा कि आज बिहार में हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि कोई आम नागरिक सुबह घर से निकलते समय अपने परिवार को यह भरोसा नहीं दिला सकता कि वह शाम को सुरक्षित लौटेगा।
इन्होंने आरोप लगाया कि पूरी प्रशासनिक व्यवस्था निष्क्रिय हो चुकी है और सरकार अपराध की बजाय अपराधियों की जातियां गिनने में लगी है, ताकि जातिवाद की आड़ में राजनीति चमकाई जा सके। इन्होंने इसे ‘जातिवाद गुंडाराज’ करार दिया।
शक्ति सिंह यादव ने कहा, “बिहार में आज जो हो रहा है, वो गुंडाराज की सबसे खौफनाक तस्वीर है।” इन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि सिर्फ शादी में काम करने से मना करने पर एक युवक को सीने में पांच गोलियां मार दी। चंडी में एक चौधरी परिवार को पीट-पीटकर मार दिया गया। सासाराम और सीतामढ़ी में राजू सिंह कुशवाहा और अजीत सिंह कुशवाहा की हत्या कर दी गई। एक नाई को सिर्फ इसलिए मार दिया गया क्योंकि वह देर से दुकान पहुंचा था। और एक पूरे परिवार को गाड़ी साइड देने की बात पर गोलियों से भून दिया जाता है।
शक्ति सिंह यादव ने कहा कि बिहार की सड़कों पर अब खून बह रहा है, और सरकार अपराधियों के सामने घुघुटने टेक चुकी है। इन्होंने कहा कि बिहार हत्या की गूंज से दहल चुका है और दलित, पिछड़े और आदिवासी वर्ग के लोगों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
शक्ति सिंह यादव ने आरोप लगाया कि राज्य की सत्ता अब महज़ चार चेहरों, ललन सिंह, संजय झा, डीके बोस और विजय चौधरी के इर्द-गिर्द सिमट गई है। इन्होंने तीखे लहजे में कहा, “यह सरकार नहीं, सत्ता संरक्षित गुंडाराज है।” अंत में इन्होंने इन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब बिहार को इस गुंडाराज से मुक्ति चाहिए, क्योंकि जनता जाग चुकी है और बदलाव निश्चित है।