प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उन्हें प्रयागराज के महाकुंभ से लाया गया गंगाजल भेंट किया। महाकुंभ 2025 प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर हुआ था, जो 26 फरवरी को समाप्त हुआ। इस धार्मिक मेले में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए। पीएम मोदी से मिलने पहले तुलसी गबार्ड ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। दिल्ली में हुई इस बैठक में प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) द्वारा अमेरिका में भारत विरोधी गतिविधियों पर चर्चा की गई थी। तुलसी गबार्ड, जो हिंदू धर्म को मानती हैं, ने समाचार एजेंसी ANI को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि वह श्रीमद्भगवद गीता में भगवान कृष्ण की शिक्षाओं से अच्छे और कठिन दोनों समय में शक्ति और मार्गदर्शन प्राप्त करती हैं।
भारत-अमेरिका संबंधों की प्रबल समर्थक हैं तुलसी
तुलसी गबार्ड रविवार सुबह नई दिल्ली पहुंचीं। उन्होंने भारतीय अधिकारियों के साथ खुफिया सहयोग, साइबर सुरक्षा और रक्षा संबंधों पर चर्चा की। उनकी यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फरवरी में हुई अमेरिका यात्रा के बाद हुई है, जहां उनकी तुलसी गबार्ड से मुलाकात तय थी और मोदी ने उन्हें भारत-अमेरिका संबंधों की प्रबल समर्थक बताया था।
गबार्ड ने द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग संबंधी बैठकों में शिरकत की
अपनी यात्रा के दौरान तुलसी गबार्ड ने द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए विभिन्न बैठकों और सम्मेलनों में भाग लिया। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की अध्यक्षता में आयोजित एक सम्मेलन में भी हिस्सा लिया, जिसमें लगभग 20 देशों के खुफिया और सुरक्षा अधिकारी मौजूद थे। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय द्वारा आयोजित किया गया था और 2022 से रायसीना डायलॉग के साथ आयोजित किया जा रहा है।
तुलसी गबार्ड की दूसरी विदेशी यात्रा
अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक बनने के बाद तुलसी गबार्ड की यह दूसरी अंतरराष्ट्रीय यात्रा है। इससे पहले, उन्होंने जर्मनी में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भाग लिया था।